सोमवार की रात चीन और भारतीय सेना के बीच लदाख के गलवान घाटी में जबरदस्त झड़प हुई थी। उसमे सूत्रों के मुताबिक भारत के करीब 20 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए और चीन को इससे भी कई अधिक जयदा नुकशान हुआ है।भारत के जो सैनिक वीरगति पाए है, उनमे एक कर्नल रैंक का अधिकारी भी शामिल है। चीन के भी 43 से अधिक सैनिको को भारतीय जवानो ने मार गिराया है , उनमे चीन का एक कमांडिंग ऑफिसर भी शामिल है।
इस झड़प के बाद मोदी सरकार ने भारतीय सेना पूरी छूट दे दी है, सेना को अब किसी भी कार्यवाही के लिए सरकार से परमिशन नहीं लेनी पड़ेगी। मीडिया में यह खबर दौड़ रही है की मोदी सरकार नें भारतीय सेना को पूरी छूट दे दी हैं। सैन्य अफसरों से कहा गया है की चीन सीमा लद्दाख में जहां जैसी आवश्यकता पड़े करारा जवाब दें, केंद्र सरकार से इजाजत लेने की आवश्यकता नहीं है।
इससे पहले खबर आई थी की एक भारतीय प्लाटून अफसर को घेरकर धोखे से चीनियों ने पॉइंट किया गया और वे अफसर देश के लिए वीरगति को प्राप्त हो गए। जानकारी मिल रही है की, भारतीय सेना द्वारा निपटाए गए चीनी जवानों की बॉडी ले जानें के लिए चीनी हेलीकाप्टर LAC पर मंडरा रहे थे। हालाँकि चीन की तरफ से कोई पुष्टि नहीं की गयी है, वैसे चीन से सही आंकड़े की उम्मीद भी नहीं की जा सकती। चीन को अपने सैनिक नहीं अपना ईगो ज्यादा प्यारा हैं।
जानकारी के अनुसार, जब भारतीय अफसर चीनी सेना से बात करने गए थे तब चीन की सेना ने धोखे से उन्हें पॉइंट किया और इसके बाद भारतीय सेना ने भी रिप्लाई में 43 चीनी सैनिकों को धराशाही कर दिया। हालाँकि चीन ने अभी तक अपनें जवानों पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
भारतीय सेना को प्रधानमंत्री मोदी ने फ्री हैण्ड दे दिया है, भारतीय सेना जो बॉर्डर पर तैनात है उसके ऑर्डर्स में अब बदलाव कर दिया गया है, आदेश जारी किया है की बॉर्डर पर जो कमांडर तैनात है, अब आर्डर और डिसिशन वही लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने सेना को कहा है की बॉर्डर पर जो ठीक लगे वो करो, अब किसी से पूछने की और किसी आर्डर लेने की जरुरत नहीं, साथ ही प्रधानमंत्री ने सेना को कहा है की सेना जो भी डिसिशन लेगी, सरकार उसमे सेना का सहयोग करेगी।
इस बीच भारतीय सैनिकों के वीरगति होने के बाद देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) का बयान सामने आया है। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘देश अपने सैनिकों की बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। मेरा दिल शहीद सैनिकों के परिवार के साथ है। इस कठिन समय में देश उनके साथ कंधे से कंधे मिलाकर खड़ा है। हमें भारत के वीरों के शौर्य और साहस पर गर्व है।’ उन्होंने कहा की गलवान में सैनिकों का शहीद होना काफी परेशान करने वाला है। हमारे सैनिकों ने कर्तव्य के प्रति अनुकरणीय साहस और वीरता दिखाई और भारतीय सेना की उच्चतम परंपराओं का ख़याल रखते हुए अपने जीवन का बलिदान किया।
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